आबकारी विभाग नियुक्ति प्रक्रिया में हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के बच्चो के साथ खिलवाड़ करने का लगा आरोप
आबकारी विभाग नियुक्ति प्रक्रिया में हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के बच्चो के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। आज उक्त आरोप लगाते हुए अबासा यानी आल बंगाल आदिवाशी स्टूडेंट यूनियन के और से अलीपुरद्वार जिला शासक के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया हैं। अबासा के सभापति शानु खड़िया ने कहा कि आबकारी विभाग नियुक्ति प्रक्रिया में हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों के साथ बड़ा खेलवाड़ करते हुए उन्के भविष्य को अंधेरा में धकेलने का प्रयास किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि हाल ही में आबकारी विभाग नियुक्ति प्रक्रिया हुवा था जिसमे सर्कुलर दिया गया हैं इस नियुक्ति प्रक्रिया के लिए माध्यमिक में बंगला या नेपाली माध्यम होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि इसी तरह हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के 58 बच्चो को 25 जुलाई तक डेडलाइन देकर बंगला या नेपालि माध्यमिक जमा करने को कहा गया हैं। उन्होंने कहा की डुवार्स में अधिकांश बच्चे हिंदी और अंग्रेजी माध्यम से पढ़ते हैं वही सरकारी स्कूल में भी मात्र 8 तक ही बंगला पढ़ाई की जाती हैं ऐसे में ज़बरन बच्चो को बंगला और नेपाली भाषा मे माध्यमिक होने अनिवार्य करना हिंदी और अंग्रेजी भाषा मे शिक्षा लेने वाले बच्चो के साथ भेदभाव जैसा हैं।
संगठन के और से जिला शासक के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा गया पत्र
उन्होंने कहा कि इसी समस्या से अवगत करवाते हुवे जिला शासक के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेज इस समस्या के समाधान का अनुरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के फैसले से आने वाले दिनों में हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों का भविष्य संकट में दीख रहा है । उन्होंने कहा की अगर हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के वीधार्थी से समस्या है तो सरकार को अंग्रेजी और हिंदी माध्यम के स्कूलों में ताला लगा देना चाहिए। इधर इस ज्ञापन कार्यक्रम के दौरान सचिव हकिम् महलि, बीश्नु, मोनिका,आदि उपस्थिति थे।