दीदी की सुरक्षा कवच नामक अभियान का औपचारिक उद्घाटन ।
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पत्रकार समेलन करते बीरेंद्र बारा उरांव |
राज्य के प्रत्येक गाँव में पहुँचने के लक्ष्य के साथ दीदी की सुरक्षा कवच नामक अभियान कार्यक्रम की शुरुआत किया जा रहा है। आगामी 11 जनवरी से यह कार्यक्रम की शुरुवात राज्य भय में किया जा रहा है। आज कालचीनी तृणमूल पार्टी कार्यालय में एक पत्रकार सम्मेलन कर उक्त बातों की जानकारी तृणमूल के ब्लॉक सभापति बीरेंद्र बारा उरांव के द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि 2 जनवरी को कोलकाता के नजरूल मंच से तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी, राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बैनर्जी और प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी की उपस्थिति में दीदी की सुरक्षा कवच नामक अभियान का औपचारिक उद्घाटन किया गया था, जहाँ से राज्य के प्रत्येक ब्लॉक पार्टी कार्यालयों में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इसे जन जन तक पहुँचाने को कहा गया था । आज तृणमूल आलाकमान के निर्देशानुसार कालचीनी प्रखंड के तृणमूल कार्यालय से इसकी जानकारी देते हेतु पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान 60 दिनों तक गाँव गाँव में पहुँच लोगों से मिला जाएगा जहाँ लोगों को राज्य की योजनाओं का लाभ मिल रहा है कि नहीं इसकी खोज किया जाएगा।
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मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी का जन्मदिन मनाया गया |
इस जगह आज पत्रकार वार्ता करने से पूर्व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का 68वां जन्मदिन पार्टी नेताओं, जनप्रतिनिधियों एवं समर्थकों की उपस्थिति में मनाया गया। इस जगह इस अवसर में कांग्रेस के तृणमूल कांग्रेस के युवा ब्लॉक अध्यक्ष पवन योलमो, छात्र परिषद के ब्लॉक अध्यक्ष हैदर अली अंसारी, जयगांव नंबर एक ग्राम पंचायत के प्रधान कमल पखरीन, तृणमूल प्राथमिक शिक्षा समिति के नेता जयदेव राय आदि उपस्थित थे। प्रेसवार्ता में ब्लाक अध्यक्ष बिरेंद्र बारा उरांव ने कहा कि दीदी के बोलो कार्यक्रम की तरह ही आगामी 11 जनवरी से दीदी की सुरक्षा कवच नामक अभियान कार्यक्रम की शुरुआत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम 11 जनवरी से आरम्भ हो रहा है जिसमें राज्य भर से सांसद , विधायक , राज्य और जिला , ब्लॉक के 350 से अधिक नेतागण उपस्थित होंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान 60 दिनों तक गाँव गाँव में पहुँच लोगों से मिला जाएगा जहाँ लोगों को राज्य की योजनाओं का लाभ मिल रहा है कि नहीं इसकी खोज किया जाएगा। इस जगह इस अभियान के दौरान वहीं दोपहर का भोजन किया जाएगा और ग्रामीणों के साथ वहीं रात्रि विश्राम भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान राज्य के 3343 गाँव और 125 शहर में किया जाएगा।