अब नहीं लगेगा 3000 रुपये से अधिक की निजी खरीदारी पर कोई टैक्स।
जयगाँव टुडे हमेशा जनता की समस्याओं को उजागर करने का कार्य करता रहता है । एक बार फिर यह साबित हो गया कि जयगाँव टुडे ना सिर्फ भारत मेंं मगर दूसरे देशों में भी अपना प्रभाव रखता है और लोगों की समस्याओं को प्रशासन तक पहुँचाने का कार्य करता है। भारत के पड़ोसी मित्र देश भूटान के द्वारा इसी महीने 23 सेप्टेम्बर से भूटान गेट खोले जाने की घोषणा की गई है। इधर गेट खोले जाने को लेकर भूटान के ओर से कई नियम भी बनाए गए हैंं। इसी तरह भूटान में प्रवेश के दौरान मात्र तीन हजार तक के सामान बिना टैक्स के ले जाने का नियम भी बनाया गया है। इधर इस नियम को लेकर भूटान और भारत दोनोंं ओर से सीमा पर रहने वाले लोगों के द्वारा आपत्ति जताई जा रही थी।
जयगाँव टुडे में प्रकाशित हुए खबर का असर भी देखने को मिला और आज भूटान के ओर से एक नोटिफिकेशन जारी कर इस 3000 रुपये के नियम को वर्तमान समय में रोके जाने की बात कही गई है।
इधर इस खबर को मात्र दो रोज पहले जयगाँव टुडे के द्वारा प्रकाशित कर लोगों की इस समस्या को उजागर किया गया था। इधर जयगाँव टुडे में प्रकाशित हुए खबर का असर भी देखने को मिला और आज भूटान के ओर से एक नोटिफिकेशन जारी कर इस 3000 रुपये के नियम को वर्तमान समय में रोके जाने की बात कही गई है। जयगाँव के व्यवसायी जयंत मुंद्रा ने कहा कि जयगाँव टुडे में यह समस्या उठाया गया था कि सीमा क्षेत्र से आवाजाही करने वाले लोग गेट खुलने के बाद मात्र 3000 रुपये के निजी सामान पर लगने वाले टैक्स से नाराज हैं और इस खबर के बाद आज भूटान के ओर से नोटिफिकेशन जारी कर एक माह तक इस नियम को लागू नहीं किए जाने की बात कहा जा रहा है जिसका हम सब व्यवसायी वर्ग भूटान के इस नए फैसले का स्वागत करते हैं।
व्यवसायी जयंत मुंद्रा ने कहा कि भूटान के ओर से काफी सुंदर निर्णय लिया गया है और इस खबर को उजागर करने के लिए वह जयगाँव टुडे को खास कर के धन्यवाद देते हैं।
उन्होंने कहा कि लोग अपने निजी जरुरतों का सामान जयगाँव और भूटान से लगने वाले दूसरे सीमाओ पर से खरीदारी करते हैं और वैसे में छोटी छोटी चीजों के लिए टैक्स लेने से दोनों ओर के लोगों को समस्या से जूझना पड़ता । उन्होंने कहा कि भूटान के ओर से काफी सुंदर निर्णय लिया गया है और इस खबर को उजागर करने के लिए वह जयगाँव टुडे को खास कर के धन्यवाद देते हैं। इधर भूटान के ओर से लिए गए इस नए फैसले से भूटान और जयगाँव दोनों ओर के लोग खुश नजर आ रहे हैं।