एक राष्ट्रीय हिंदी दैनिक के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मारकर हत्या
बिहार में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। शुक्रवार की सुबह अररिया के रानीगंज में एक राष्ट्रीय हिंदी दैनिक के पत्रकार विमल कुमार यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इस जगह हमलावरों ने घर में घुसकर पत्रकार विमल कुमार यादव को गोली मार दी है। हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह मामला पत्रकार के भाई की हत्या की गवाही से जुड़ा है। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। बिहार में फिर इस घटना के बाद कानून-व्यवस्था पर सवाल उठने लगा हैं । सूत्रों के अनुसार बाइक पर पहुंचे हमलावरों ने घर में घुसकर विमल कुमार पर फायरिंग की जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद बदमाश वहां लोगो को धमकाते हुए वहां से भाग निकले।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर दुख जताते हुए इस मामले में जिले के अधिकारियों से बात कर कारवाई का भी निर्देश दिया है। पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले में अधिकारियों से बात की गई है। अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। इस घटना से हम दुखी है। विमल के 15 साल का बेटा और 13 साल की बेटी है। उल्लेखनीय है कि विमल कुमार के भाई की भी 2019 में हत्या कर दी गई थी। इस केस में वे अकेले चश्मदीद गवाह थे। पुलिस उनकी हत्या को भी इसी एंगल से देख रही है। इस मामले में अभी ट्रायल चल रहा है। 19 अगस्त को गवाही होनी थी।
हमलावर शुक्रवार तड़के करीब 5 बजे विमल कुमार के घर पहुंचे थे। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए अररिया सदर अस्पताल भेज दिया । हमलावरों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। मृतक की पत्नी पूजा देवी ने पुलिस को बताया कि सुबह घर के बाहर कुछ लोग हल्ला कर रहे थे । वे जोर-जोर से दरवाजा भी पीट रहे थे। जब विमल और उन्होंने उठकर देखा, तो हमलावरों ने गोलियां चला दीं। बताया जाता है कि विमल कुमार को अपने भाई की हत्या में गवाही देने से रोका जा रहा था ।