आदिवासी समाज का महान पर्व करम पूजा आज डुवार्स के विभिन्न जगहों में मनाया जा रहा है।
आदिवासी समाज का महान पर्व करम पूजा आज डुवार्स के विभिन्न जगहों के साथ ही कालचिनी प्रखंड के अधीन तूरसा , दलसिंगपारा , मलंगी , संताली , भरनोबारी , मधु , कालचिनी ,राईमतांग, गारूपारा , चुहापारा आदि चाय बागानों में मनाया जा रहा है। आदिवासी समाज प्रकृति पूजा करता है और आज करम पूजा पर प्रकृति की पूजा करते हुए रात भर पूजा पाठ किया जा रहा है।
कर्म पूजा के महत्व को देखते हुवे राज्य सरकार के द्वारा इसको लेकर छुट्टी की भी घोषणा किया गया है।
आदिवासी समाज के समाजसेवी सुजीत महाली ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति की पूजा करने वाला समाज है। करम पूजा इसी का प्रतीक है। इस दिन रात भर करम के डाल को घर के आँगन में गाड़ते हुए इसकी पूजा किया जाता है। इस जगह रात भर नृत्य करते हैं, रात भर जागकर उल्लास मनाते हैं और सुबह के समय इस डाली का विसर्जन कर दिया जाता है । आप को बता दे कि कर्म पूजा के महत्व को देखते हुवे राज्य सरकार के द्वारा इसको लेकर छुट्टी की भी घोषणा किया गया है।