महाकाल बाबा में पूजा करने गये 7 युवक जयंती नदी के विकराल रूप ले लेने पर 4 दिनों तक वही ं फॅंसे रहे।
यह घटना अलीपुरद्वार की है जहाँ बड़ा महाकाल पूजा करने के लिए गए सात युवक 4 दिनों तक जयंती नदी के विकराल रूप ले लेने की वजह से वही ंफॅंसे रहे। हुआ यू कि पिछले शनिवार को नदी के सामान्य होने पर सात युवक बड़ा महाकाल में पूजा करने गए थे। लेकिन वापस आते समय बड़ी समस्या में पड़ गए। इस जगह लगातार हो रही बारिश से जयंती नदी विकराल रूप ले लेती है। दुर्गम पहाड़ी रास्ता फिसलन भरा हो जाता है। उन युवकों के लिए पहाड़ पर चढ़ना और नदी पार करना व्यावहारिक रूप से असंभव हो जाता हैं। नतीजा यह रहा कि वे सात युवक लगातार चार दिनों तक वही फंसे रहे।
अलीपुरद्वार के सात युवकों ने तब पहली बार महसूस किया कि मानसून के दौरान पहाड़ी जयंती नदी कितनी खतरनाक हो सकती है । अलीपुरद्वार के रहने वाले बीकी बिस्वास, शिव राहा, रोहित सूत्रधर, हीरक साहा, शुभम बसु, बप्पा मंडल और प्रणब मोहंत यही वह सात युवक हैं जो लगातार चार दिनों तक फंसे रहे।
मामला जयंती के कुछ निवासियों के संज्ञान में आया तो उन्होंने किसी तरह सूखा खाना फेंक कर युवक को जिंदा रखा. उन्होंने किसी तरह इन चार दिनों को निवासियों द्वारा प्रदान किया गया भोजन खाकर बिताया।