पिछले कई सालों से लगातार क्षतिग्रस्त 12 नम्बर झोरा ब्रिज सोमवार की रात आखिरकार अचानक टूटकर गिर गया
कालचिनी थाना के अंतर्गत गारूपारा ग्राम पंचायत के अधीन अठियाबारी चाय बगान में स्थित 12 नम्बर झोरा ब्रिज सोमवार रात करीब 8:30 अचानक टूट गया है। इस जगह ब्रिज के टूट जाने से अब अठियाबारी चाय बगान से डिमा आदि का संपर्क टूट गया है। स्थानीय निवासी राधे श्याम झा ने बताया की गत रात 8:30 बजे के करीब एक जोरदार आवाज सुन लोग भयभीत हो गए और बाहर आकर देखा तो 12 नम्बर झोरा का ब्रिज का बड़ा हिस्सा नदी में समा गया है। उन्होंने कहा कि इस जगह ब्रिज में प्रतिदिन शाम के समय गांव के लोग आकर बैठा करते थे इधर गनीमत रहा कि इस घटना के वक्त यहाॅं कोई नहींं था जिससे किसी की जान नही गई है। उन्होंने बताया कि यह ब्रिज करीब 30 वर्ष पहले चाय बगान मैनेजमेंट के द्वारा बनाया गया था जो पिछले कई सालों से लगातार क्षतिग्रस्त हो रहा था। इस जगह ब्रिज के बदहाली की अवस्था को लेकर कई बार शिकायत भी किया गया था मगर कोई कार्य नही किए जाने के कारण यह ब्रिज आखिकार टूट गया है ।
इस ब्रिज के टूट जाने से अठियाबारी , बंगा बारी आदि से डिमा का संपर्क पूरी तरह से टूटा
उन्होंने कहा कि इस ब्रिज के टूट जाने से अठियाबारी , बंगा बारी आदि से डिमा का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन में ही आदिवासी समाज का पर्व कर्म पूजा है ऐसे में ब्रिज के टूट जाने से अब लोगों को पूजा को लेकर भी चिंता सता रहा है। इधर गारूपारा ग्राम पंचायत के प्रधान बिंदिया लामा ने कहा कि इस समस्या को लेकर रिपोर्ट तैयार कर बीडीओ कार्यालय में भेज दिया गया है।