पश्चिम बंगाल आशा कर्मी यूनियन के ओर से उचित वेतन नहीं मिलने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया
पश्चिम बंगाल आशा कर्मी यूनियन के ओर से आज कालचीनी में स्थित उत्तर लोथाबारी ग्रामीण अस्पताल में धरना देकर उनकी समस्याओं का जल्द समाधान करने की मांग किया गया है। संगठन के और से प्रतिमा लामा ने कहा कि आशा कर्मी लगातार विभिन्न जगहों में पहुंच लोगो को सेवा देने का कार्य करते आ रहे हैं। कोरोना से लेकर डेंगू , मलेरिया आदि जैसे सभी सेवा में आशा कर्मी दिन रात सेवा देने का कार्य करती हैं मगर इतने सेवा देने के बाद भी हमे हमारे मेहनत के मुताबिक वेतन नही दिया जाता है । उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने से हमें 8 भाग में पैसा का भुगतान किया जाता है कभी 100 रुपया कभी 50 रुपये तो कभी 300 रुपये इस हिसाब से पैसा अकाउंट में दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह से पैसा देने से हमें पता ही नही चल रहा है कि हमे पूरा पैसा मिल रहा है या आधा पैसा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि हमें हमारा पैसा पहले जैसे एक साथ दिया जाता था उसी तरह दिया जाए । उन्होंने कहा कि इसी तरह जून जुलाई महीने से हमे हमारा निश्चित मानदेय भी नहीं दिया जा रहा है । उन्होंने कहा कि हम आशा कर्मी 15 से 16 वर्षो से सेवा देते आ रहे हैं मगर हमे अब तक सरकारी मान्यता नहीं दिया गया है हम मांग करते हैं कि हमें जल्द सरकारी मान्यता दिया जाए और सरकारी सेवा का लाभ भी दिया जाए। उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि हमारी निश्चित मानदेय को हटा कर निश्चित 21 हजार कर दिया जाए।
उन्होंने कहा कि हमारी मांग को जब तक नही माना जायेगा तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा और हम बीच बीच मे इस तरह के आन्दोलन करते रहेंगे।