डुवार्स ने एक बार फिर आपसी भाईचारा का संदेश देकर सबका मन मोह लिया।
एक बात डुवार्स में काफी बोली जाती है ,वह यह कि अगर आपसी भाईचारा देखना हो तो कभी डुवार्स आ जाना और यह बात हकीकत में सही भी है । डुवार्स में लोग एक साथ मिल कर ऐसे रहते है मानो यहां रहने वाले लोग किसी जाति धर्म से नही बल्कि दिल से जुड़े हों। इसी तरह का आपसी भाईचारा का मामला डुवार्स के हासीमारा में बुधवार के रोज देखने को मिला है ।
दो धर्म का कार्यक्रम का दिन व स्थान एक ही होने से मुस्लिम समाज के द्वारा मोहर्रम का ताजिया का रैली मंगलवार के बदले बुधवार को निकाला गया।
एक ओर मंगलवार के रोज पूरे देश के साथ ही अलीपुरद्वार जिला के विभिन्न जगहों में भी मोहर्रम का त्योहार मुस्लिम समुदाय के द्वारा मनाया गया था । इसी दिन डुवार्स में विश्व आदिवासी दिवस को लेकर भी विभिन्न जगहों में कार्यक्रम रखे गए थे। इधर प्रत्येक वर्ष हासीमारा इलाके से 6 से 7 ताजिया लेकर हजारों के तादात में मुस्लिम समाज के लोग हासीमारा आउट पोस्ट थाना के अधीन संताली मैदान में पहुँचते थे जहाँ काफी कार्यक्रम आयोजित किया जाता था। इसी तरह आदिवासी समाज के द्वारा भी इसी जगह संताली चाय बागान इलाके में स्थित बीर बिरसा मुंडा मैदान में प्रत्येक वर्ष पहुँचा जाता था जहाँ विश्व आदिवासी दिवस को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया जाता था। इधर एक ही दिन दोनों कार्यक्रम के होने और आदिवासी समाज के द्वारा संताली चाय बागान इलाके में स्थित बीर बिरसा मुंडा मैदान में विश्व आदिवासी दिवस पालित किए जाने को देखते हुए मुस्लिम समाज के द्वारा मोहर्रम के कार्यक्रम के दिन में ही फेरबदल कर दिया गया है ।
मोहर्रम के दूसरे रोज आपसी भाईचारा का परिचय देते हुए मुस्लिम समुदाय के द्वारा हासीमारा में 6 से 7 ताजिया के साथ रैली निकाला गया ।
इधर आज मोहर्रम के दूसरे रोज आपसी भाईचारा का परिचय देते हुए मुस्लिम समुदाय के द्वारा हासीमारा में 6 से 7 ताजिया के साथ रैली निकाला गया था जो संताली चाय बागान इलाके में स्थित बीर बिरसा मुंडा मैदान में पहुँच कार्यक्रम और मेला आदि के बाद समाप्त किया गया । मुस्लिम समुदाय के द्वारा दिखाए गए इस भाईचारे ने सब का मन मोह लिया है।
आपसी भाईचारे का संदेश देते हुए आज दूसरे दिन मोहर्रम को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए गए ।
मोहर्रम आयोजक कमिटी के सुभान अंसारी , असरफ राजा आदि ने कहा कि आपसी भाईचारे का संदेश देते हुए आज दूसरे दिन मोहर्रम को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि एक ही दिन दो समुदायों का कार्यक्रम को देख समुदाय के द्वारा बैठक कर आज मोहर्रम का कार्यक्रम आयोजन पर विचार किया गया था जिसके तहत आज यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।