उतर प्रदेश में बाबा बनकर रह रहा था कालचिनी का इमामुद्दीन, असली पहचान उजागर होते ही मचा हड़कंप
पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिला के कालचिनी निवासी इमामुद्दीन अंसारी को पहचान छिपाकर बाबा बनकर रहने के आरोप में उतर प्रदेश के शामली की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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उतर प्रदेश पुलिस के द्वारा गिरफ्तारी के दौरान इमामुद्दीन अंसारी |
तीन अलग अलग नाम के आधार कार्ड भी जब्त
“बंगाली बाबा” या “बालकनाथ” के नाम से रह रहे इमामुद्दीन के पास से पुलिस ने अलग अलग आधार कार्ड और एक पैन कार्ड बरामद किया है। थाना भवन क्षेत्र के मंटी हसनपुर गांव स्थित शनि मंदिर में रहने वाले बाबा के असली पहचान की सूचना उतर प्रदेश की पुलिस को शनिवार देर रात मिली। सूचना के आधार पर पहुंची पुलिस ने मौके से इमामुद्दीन को हिरासत में लिया।
पूछताछ में स्वीकारा अपना असल नाम
पूछताछ में उसने अपना असली नाम स्वीकार किया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार आरोपी बंगाली बाबा के नाम से अपनी पहचान बना ली थी और मंदिर में रहकर पूजा-पाठ करता था। वह स्थानीय लोगों से इतना घुलमिल गया था कि उसने मंदिर के बगल में एक नया मंदिर बनवाने का कार्य भी शुरू कर दिया था। इसके लिए वह चंदा इकट्ठा कर रहा था। आज तक ग्रामीणों को उसकी असल पहचान की भनक तक नहीं थी। इधर आरोपी के पास से अलग अलग आधार कार्ड मिले हैं—एक में उसका नाम बंगाली नाथ (केयर ऑफ कमलनाथ, सहारनपुर) लिखा है, जबकि बाकी में उसका असली नाम इमामुद्दीन अंसारी (निवासी कालचीनी, अलीपुरद्वार, पश्चिम बंगाल) दर्ज है। पुलिस ने उसके खिलाफ कूटरचित दस्तावेज बनाने और धार्मिक भावनाएं आहत करने की धाराओं में मामला दर्ज किया है। पूछताछ में इमामुद्दीन ने बताया कि वहन पश्चिम बंगाल से काम की तलाश में उत्तर भारत आया था। सहारनपुर में एक बाबा के संपर्क में आने के बाद उसने अपनी पहचान बदल ली और मंदिरों में रहकर हिंदू धर्म की गतिविधियाँ करने लगा। मंटी हसनपुर में भी वह इसी पहचान के साथ पहुंचा था।
उतर प्रदेश के पुलिस आएगी कालचिनी
इधर इसके गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ और जानकारी जुटाने तथा उसके वास्तविक पते का सत्यापन करने के लिए पुलिस ने एक टीम पश्चिम बंगाल भेजी गई है। यह टीम यह भी पता लगाएगी कि क्या वहां इमामुद्दीन के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज है और उसने आधार कार्ड में नाम कैसे और कहां बदला। इधर इसके गिरफ्तारी की खबर कालचिनी स्थित उंसके घर में भी पहुच चुकी है।
इस्तानीय नेता हैदर ने कहा कि यह 18 वर्ष के उम्र से ही घर छोड़ जा चुका था और 2021 में अचानक वापस लौटा था।
इस्तानीय समाजसेवी और तृणमूल के ब्लॉक उपाध्यक्ष हैदर अली अंसारी ने बताया की इसका असल नाम इमामुद्दीन अंसारी है जो 18 साल के आयु से यहां से बाहर चला गया था। इधर हालांकि कुछ वर्ष पहले यह वापस भी आया था और यहां वह विवाह भी किया था और फिर यह यहां से चला अचानक चला गया । इधर अभी इसके गिरफ्तार होने की सूचना मिला है। इधर आरोपी के भाई रहमत ने बताया कि 18 वर्ष के उम्र में बड़ा भैया चला गया था जिसके बाद 27 साल बाद वह वापस आया था। इस जगह 7 महीने तक रहने के दौरान उसका विवाह भी कर दिया गया था और इसी बीच वह वापस चला गया फिलहाल उसका एक पुत्र संतान हैं। उंसके बारे में जाच हेतु कुछ रोज पहले पुलिस घर मे आया था। इधर पुलिस सूत्रों ने कहा कि यह कालचिनी थाना लाइन का रहने वाला है , और काफी वर्ष के बाद 2021 में कालचिनी आया था और फिर वापस चला गया। इसकी गिरफ्तारी की सूचना प्राप्त हुई है अगर इस संबंध में उतर प्रदेश पुलिस यहां आता है या कोई जानकारी मांगता है तो हर सम्भव सहयोग किया जाएगा।