बीएसएफ की वर्दी पहनकर तस्कर कर रहे थे मवेशियों की तस्करी, तीन तस्कर गिरफ्तार, दो मवेशी जब्त
भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के लिए बीएसएफ की वर्दी पहने तीन भारतीयों को गिरफ्तार किया गया है। दो भैंसों को मुक्त कराया गया है। एक नकली बंदूक और धारदार हथियार भी बरामद किया गया है।
घटना मालदा के हबीबपुर थाने के बटालियन नंबर 88 के पन्नापुर सीमा पर हुई।
घटना के बाद से उस सीमावर्ती इलाके में गश्त दोगुनी कर दी गई है। बीएसएफ सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार लोगों को हबीबपुर थाने की पुलिस को सौंप दिया गया है। मुक्त कराए गए भैंसों को ई-टैगिंग के बाद एक संगठन को सौंप दिया गया है।
कई तस्कर बीएसएफ की वर्दी पहनकर भारत से भैंसों की तस्करी कर रहे थे.
बीती रात कई तस्कर बीएसएफ की वर्दी पहनकर भारत से भैंसों की तस्करी कर रहे थे। तभी सीमा क्षेत्र की सुरक्षा कर रहे बीएसएफ की 88वीं बटालियन के जवानों ने घटना देखी और पीछा कर तीन भारतीय तस्करों को गिरफ्तार कर लिया .
गौरतलब है कि बांग्लादेश में तनावपूर्ण स्थिति के कारण भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, ताकि घुसपैठिए किसी भी तरह से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश न कर सकें। पहले से ही सूचना मिल रही है कि सीमा पर तस्कर सक्रिय हो गए हैं, जो गूगल लोकेशन का इस्तेमाल कर कफ सिरप से लेकर नशीली दवाओं की अवैध तस्करी में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। कोहरे का फायदा उठाकर वे सर्दी के मौसम में ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। बीएसएफ ने इस संबंध में कड़ी निगरानी के लिए विशेष व्यवस्था की है। इसके तहत सीमावर्ती इलाकों में गश्त बढ़ाने के साथ ही गश्त को दोगुना कर दिया गया है। इनमें रात के अंधेरे में बीएसएफ की वर्दी में भैंसों की तस्करी बीएसएफ के लिए सिरदर्द बन गई है। हालांकि बीएसएफ की ओर से बताया गया है कि घटना के बाद निगरानी बढ़ा दी गई है। बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी श्री नीलात्पल कुमार पांडे ने कहा कि तस्करी और अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए बीएसएफ सख्त कदम उठा रही है। उन्होंने आगे कहा कि सीमा पर अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए बीएसएफ पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारे सैनिक अवैध घुसपैठ या तस्करी के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए सदैव सतर्क एवं तैयार रहते हैं।