मदारीहाट में कंचनकन्या समेत दूरदराज़ के ट्रेनों के स्टोपेज की मांग में फिर आवाज बुलंद कर रहे लोग ।
पंचायत चुनाव सामने है। पंचायत चुनाव खत्म होते ही लोकसभा चुनाव की घड़ियाल बज उठेगी। नेताओं और मंत्रियों के पुराने वादे फिर से जग उठेंगे। नेता फिर से नए वादे करेंगे।लेकिन क्या वे जनता के मन से पुराने वादों को मिटा सकते हैं?शायद वे नहीं कर पाएंगे। लोग अब तक नेताओ के द्वारा किए गए वादों को भूले नहीं हैं और यही कारण हैं कि मदारीहाट के निवासी फिर से लंबी दूरी की ट्रेन के स्टॉप के लिए आवाज उठाने लगे है।
मदारीहाट पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है। जलदापारा के जंगल में एकसिंगी गैंडे को देखने पर्यटक भारत के विभिन्न भागों से यहां आते हैं। भारत ही नहीं विदेशी पर्यटक भी मदारीहाट में देखे जाते हैं। हालांकि, लंबी दूरी की ट्रेन मदारीहाट में नहीं रुकती है।
- स्टोपेज नहीं रहने से पर्यटक समेत स्थानीय लोगों को विभिन्न दिक्कतों का करना पड़ता है सामना
- स्टोपेज के लिए एक बार फिर विधायक मनोज तिग्गा लगाएंगे एड़ी-चोटी का जोर
मदारीहाट में कंचन कन्या एक्सप्रेस ट्रेन का भी स्टॉपेज नहीं है।इससे पर्यटन उद्योग को भी काफी नोकसान हो रहा है , इसके बल्कि मदारीहाट, टोटो पारा, हंतापारा, छेनकमारी सहित विभिन्न क्षेत्रों के निवासियों को लंबी दूरी तय करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यदि आप राज्य की राजधानी कोलकाता जाना चाहते हैं तब भी आप को यात्रा के लिए ट्रेन पकड़नी होगी। रोगी के परिवार को भी लम्बी दूरी की ट्रेन की ठेवराव नही रहने से परेशानी का सामना करना करते है। यदि किसी रोगी को विशेष कारणों से कोलकाता या किसी अन्य राज्य में डॉक्टर को दिखाने के लिए ले जाने की आवश्यकता होती है, तो उन्हें भी दूसरे स्टेशन के रास्ते जाना पड़ता है और परिणामस्वरूप कष्ट बढ़ जाता है। अगर लंबी दूरी की ट्रेन की व्यवस्था होती तो उन्हें इस तरह का समस्या नहीं उठाना पड़ता । इस जगह से लंबी दूरी की ट्रेन घर के पास से गुजरती है लेकिन मदारीहाट स्टेशन पर नहीं रुकती हैं।
कंचन कन्या एक्सप्रेस समेत लंबी दूरी की ट्रेनों को यहां रोके जाने की मांग को लेकर कई संगठन व स्थानीय लोग कई बार स्टेशन के प्लेटफार्म पर बैठकर प्रदर्शन भी कर चुके हैं। कई बार इस मांग के समर्थन में मार्च भी निकाला जा चुका है, थाना परिसर में धरना भी दिया गया और मांग के समर्थन में ज्ञापन भी दिया गया लेकिन रेलवे अधिकारी टस से मस नहीं हुए, रेलवे प्रशासन उदासीन रहा, लोगों की आवाज अधिकारियों के कानों तक नहीं पहुँची।
हालांकि, लंबी दूरी की ट्रेनों के स्टॉपेज को लेकर विधायक, सांसद सहित राजनीतिक नेता वोट से पहले काफी सक्रिय हो गए थे ।उन्होंने बैठक की और वादों की झड़ी लगा दी थी , लेकिन वोट के बाद दोबारा मुलाकात तक नहीं हुई, वादे पूरे नहीं हुए यह शिकायत इस्तानीय लोगो का है। विधायक मनोज तिग्गा ने चुनाव से पहले कंचन कन्या को रोकने का वादा किया था, लेकिन विधायक अपना वादा पूरा करने में नाकाम रहे ,ऐसा स्थानीय लोगों का कहना है. स्थानीय निवासी बिश्वरूप साहा ने कहा, "कंचन कन्या एक्सप्रेस के मदारिहाट में ठहराव की मांग लंबे समय से हमारी है। इसे लेकर हम कई बार विरोध भी कर चुके हैं। भौगोलिक स्थिति और महत्व को देखते हुए मदारीहाट में कंचन कन्या एक्सप्रेस ट्रेन का ठहराव नितांत आवश्यक है।"
जलदापारा के लॉज ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जहरलाल साहा ने कहा कि लंबी दूरी की ट्रेन का मदारीहाट पर स्टॉपेज बहुत जरूरी है। कंचनकन्या एक्सप्रेस ट्रेन के ठेवराव की मांग को लेकर हम कई बार अलग-अलग जगहों पर आवेदन दे चुके हैं।
इधर विधायक मनोज तिग्गा ने कहा, ''मैं वादा नहीं भूला हूँ ,लेकिन पहले मामला महाप्रबंधक या डी.आर.एम. के हाथ में था ,फिलहाल यह मंत्री के अधीन है। भले ही इसमें थोड़ी देर हुई हो, यह निश्चित रूप से किया जाएगा।