चाय बगान श्रमिक परिवार का पुत्र संजू उरांव ने उतीर्ण की नीट परीक्षा ।
Sanju oraon |
अगर इरादा मजबूत हो और खुद पर भरोसा हो तो आप बड़े से बड़े मुश्किल को भी आसानी से पार कर सकते हैं और इसी तरह के एक बड़े चुनोती को पार कर डुवार्स के कालचीनी थाना के अंतर्गत चुहापारा चाय बगान का रहने वाला एक युवक अब डॉक्टर बनने जा रहा है। चाय बगान में रहने वाले लोगो के पीड़ा को देख डॉक्टर बनने का सपना सजोये संजू उराव के द्वारा नीट का परीक्षा दिया गया था जिसे वह बिना किसी तरह के कोचिंग के पास कर लिया है। संजू उराव से आज जयगांव टुडे के साथ हुई खास बातचीत में उन्होंने कहा कि डॉक्टरों बनने का सपना सजोये वह उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स के लिए अपना नामांकन कराए है।
उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में हुआ दाखिला
उन्होंने कहा कि बिना किसी तरह का कोचिंग लिए कड़ी मेहनत के बदौलत उन्होंने एक बार मे नीट का परीक्षा पास कर लिया है। उन्होंने कहा कि चाय बगान में इलाज की इस्थिति काफी खराब है और वह डॉक्टर बन अपने चाय बगान छेत्र में ही सेवा देने का कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हे इस कार्य से पैसा नही कामना बल्कि लोगो की सेवा देना है।
सफलता का मुख्य सेय माता पिता और एकलव्य स्कूल के शिक्षकों को दिया
उन्होंने कहा कि कालचीनी छेत्र में शिक्षा ग्रहण करने के दौरान वह काफी कम बोला करते थे मगर जब वह नागराकाटा के एकलव्य स्कूल में गए तो वहां शिक्षको ने उन्हें काफी हौसला दिया और सहयोग किया और इसी का नतीजा हैं कि वह आज एमबीबीएस तक का सफर पर पहुच गए है। उन्होंने अपने इस सफलता का मुख्य सेय माता पिता और एकलव्य स्कूल के शिक्षकों को दिया है। उन्होंने कहा कि उन्के पिता सुबाष उरांव चाय बगान में मजदूर हैं और माँ स्मिता उरांव हाउस वाइफ ।
काफी खुश है माता पिता
माँ स्मिता उरांव ने कहा कि उनका बेटा डॉक्टर बनने जा रहा है जिसे वह सभी काफी खुश है। उन्होंने कहा कि बेटे के लिए यह राह इतना आसान नही था काफी मेहनत से बेटे ने यह मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा दुसरो बच्चो के लिए एक प्रेरणा बन गया हैं।