सीमा पर घुसपैठ में कमी: बीएसएफ आईजी
सीमा पर घुसपैठ में कमी: बीएसएफ आईजी
-पीआईओ की गतिविधियों के प्रति जागरूक करने के लिए काउंसलिंग
- निगरानी के लिए हाई-टेक कैमरे व अन्य उपकरण तैनात
अशोक झा/ सिलीगुड़ी:
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आईजी मुकेश त्यागी ने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाल के वर्षों में अपराध और घुसपैठ की घटनाओं में स्पष्ट कमी दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि नई फेंसिंग, हाई-टेक कैमरे और आधुनिक उपकरणों के इस्तेमाल से सीमा सुरक्षा मजबूत हुई है।
मुख्य बिंदु
- पीआईओ की गतिविधियों पर रोक: जवानों को संदिग्ध कॉल, मैसेज और अनजान व्हाट्सऐप ग्रुप से दूर रहने की सख्त सलाह।
- हाई-टेक निगरानी: बुलेट कैमरा, नाइट विज़न, ड्रोन और अत्याधुनिक फेंसिंग से सीमा पर 24×7 मॉनिटरिंग।
- काउंसलिंग व कार्यशालाएँ: पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स (पीआईओ) के खतरों के प्रति जवानों को लगातार जागरूक किया जा रहा है।
तस्करी और अवैध प्रवेश में कमी
बीएसएफ के मुताबिक मेघालय फ्रंटियर ने जनवरी से नवंबर 2025 तक:
- ₹29.43 करोड़ का तस्करी का माल जब्त किया
- कुल 449 घुसपैठियों को पकड़ा
- 213 बांग्लादेशी
- 31 भारतीय
- पिछले वर्ष भारत से 47 बांग्लादेशी लौटे थे, जबकि इस वर्ष तीन महीनों में ही 186 लोग वापस जा चुके हैं।
नॉर्थ बंगाल और चिकन नेक की सुरक्षा सख्त
आईजी मुकेश त्यागी ने बताया कि:
- संवेदनशील सिलीगुड़ी कॉरिडोर (चिकन नेक) में सुरक्षा काफी मजबूत की गई है।
- सीमा के 75% हिस्से में नई उच्च-तकनीकी फेंसिंग लग चुकी है।
- अतिरिक्त जवानों की तैनाती और तकनीकी निगरानी बढ़ाई गई है।
बीएसएफ–बीजीबी संबंध सौहार्दपूर्ण
आईजी ने कहा कि बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के बीच संबंध बेहद अच्छे हैं।
पकड़े गए घुसपैठियों और बांग्लादेशी नागरिकों को नियमानुसार बीजीबी के हवाले किया जाता है।
डाटा बैंकिंग से दोबारा अपराधियों की पहचान आसान
बीएसएफ ने 'फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन बैंकिंग' शुरू की है, जिससे किसी भी पकड़े गए तस्कर या घुसपैठिए की पृष्ठभूमि तुरंत पता चल जाएगी।
नशीले पदार्थों की बड़ी बरामदगी
पिछले एक वर्ष में:
- ₹8.50 करोड़ से अधिक के नशीले पदार्थ बरामद
- 152 भारतीय नागरिक हिरासत में
- 440 बांग्लादेशी और 11 अन्य देशों के घुसपैठिए गिरफ्तार
