बिहार में सम्राट चौधरी के गृहमंत्री बनते ही शुरू हुआ एनकाउंटर अभियान
बेगूसराय में कुख्यात अपराधी को एसटीएफ ने दौड़ा–दौड़ाकर मारा, भारी मात्रा में हथियार और कफ सिरप बरामद
सिद्धू जायसवाल : बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार और विभागों के बंटवारे के तुरंत बाद अपराध के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को गृह विभाग मिलने के कुछ ही घंटों बाद बेगूसराय में शुक्रवार रात एक बड़ी मुठभेड़ हुई। एसटीएफ और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के शालिग्राम–मल्हीपुर इलाके में ऑपरेशन चलाया, जहाँ बदमाशों ने पुलिस को देखते ही गोलियाँ बरसा दीं।
9 पिस्टल, भारी मात्रा में कैश और कफ सिरप
पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की, जिसमें कुख्यात बदमाश शिवदत्त राय जांघ में घायल हो गया, जबकि उसके बाकी साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। घायल बदमाश को हिरासत में लेकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने एक घर से 9 पिस्टल, भारी मात्रा में कैश और कफ सिरप बरामद किए। संभावना है कि गिरोह हथियारों के साथ नशीले पदार्थों की तस्करी में भी शामिल था।
शिवदत्त राय 2022 में तेघड़ा थाना क्षेत्र में सरपंच के बेटे की हत्या के मामले में वांछित था और लंबे समय से एसटीएफ की रडार पर था। गुप्त सूचना मिली थी कि वह मल्हीपुर में हथियार खरीदने आया है, जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाकर कार्रवाई की।
इस मुठभेड़ ने बिहार के राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा छेड़ दी है। बीजेपी नेताओं ने सम्राट चौधरी के नेतृत्व की तुलना उत्तर प्रदेश के “योगी मॉडल” से की है। पार्टी के प्रेस पैनलिस्ट नीरज कुमार ने कहा कि "अब अपराधी सिहरन महसूस करेंगे। बिहार में अपराध मुक्त सुबह की शुरुआत हो गई है।" वहीं राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि “बिहार में अब सम्राट आ गए हैं, अपराधी सावधान हो जाएं।”
गृह विभाग का कार्यभार संभालते ही हुई यह एक्शन से भरी मुठभेड़ सम्राट चौधरी के कड़े तेवरों का संकेत मानी जा रही है।

